विश्व पर्यावरण दिवस केअवसर पर अग्निहोत्र मंदिर व पंचरत्न गौशाला के नवीन भवन का हुआ शुभारंभ

कानपुर नगर विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रातः काल 8:00 बजे मंगल हवन द्वारा अग्निहोत्र मंदिर के नवीन परिसर एवं पंचरत्न गौशाला के नवीन भवन का उद्घाटन सतगुरु श्री नलिनी माधव जी द्वारा किया गया एवं उनके द्वारा दो स्थानों पर इस अवसर पर वृक्षारोपण भी किया गया शाम 4:00 बजे अग्निहोत्र मंदिर परिसर में संकल्प कोचिंग क्लासेज के बच्चों द्वारा पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली गई एवं नुक्कड़ नाटक व विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया इस शुभ अवसर पर माधव आश्रम भोपाल से पधारी माधव आश्रम की संचालिका सुश्री नलिनी माधव जी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत किया साथ ही 50 लोगों ने एक साथ बैठकर अग्निहोत्र किया अग्निहोत्र एक ऐसी विधा है जिससे पर्यावरण प्रदूषण को दूर किया जा सकता है 22 फरवरी 1963 को श्री माधव स्वामी साहब ने पर्यावरण प्रदूषण से मानव जाति की रक्षा हेतु अग्निहोत्र रूपी शस्त्र वेदों के माध्यम से दिया आज पूरे विश्व में लोग अग्निहोत्र कर रहे हैं और पर्यावरण प्रदूषण के दुष्परिणामों से बच रहे हैं अग्निहोत्र के पांच नियम है 1.पिरामिड आकार का पत्र 2.गाय के गोबर के उपले 3. सूर्योदय और सूर्यास्त का निश्चित समय 4. दो समंत्रक आहुतियां5. गाय का घी एवं अक्षत चावल
इसको करने से चार तरीके कैसे निकलती है जिससे कि वायुमंडल शुद्ध होता है और इसकी बची हुई भस्म से अग्निहोत्र कृषि में बहुत लाभदायक है कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुश्री नलिनी माधव जी डॉ पूनम मिश्रा, पंकज मिश्र, किशन शर्मा, लखनऊ से आई प्रतिमा मिश्र . भोपाल से आए डॉ विवेक ,धीरेंद्र जी एवं भूतपूर्व कृषि वैज्ञानिक डॉ श्रीवास्तव जी मौजूद रहे मंच का कुशल संचालन डॉ पूनम मिश्रा एवं पंकज मिश्रा ने किया