अभाविप की राष्ट्रीय बैठक रायपुर में संपन्न – शिक्षा, छात्रहित और राष्ट्र निर्माण पर हुए महत्वपूर्ण निर्णय

कानपुर, 4 जून 2025
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की तीन दिवसीय बैठक 29 से 31 मई तक रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित की गई, जिसमें देशभर से आए 478 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में छात्रहित, शिक्षा सुधार, आंतरिक सुरक्षा, और राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे विषयों पर गहन मंथन हुआ।
बैठक से पूर्व 28 मई को छत्तीसगढ़ की संस्कृति, राष्ट्रीय शौर्यगाथाओं, भगवान बिरसा मुंडा और रानी अबक्का की जयंती, तथा संघ शताब्दी वर्ष पर केंद्रित भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसी दिन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं संत श्री बालयोगेश्वर रामबालक दास की उपस्थिति में नागरिक अभिनंदन समारोह भी संपन्न हुआ।
बैठक के दौरान प्रमुख रूप से कोचिंग संस्थानों के नियमन, कुलपति नियुक्तियों में हो रही देरी, तथा आंतरिक सुरक्षा पर चार प्रस्ताव पारित किए गए। साथ ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन कगार’ में भारतीय सेना के साहस को सराहा गया।
बैठक में यह भी घोषित किया गया कि अभाविप आने वाले दिनों में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, रानी अबक्का की 500वीं जयंती, और आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रीय स्तर पर अभियान और कार्यक्रम आयोजित करेगा। इनमें छात्रावास सर्वेक्षण, पुस्तक प्रकाशन, स्मरण यात्राएं और मीसा बंदियों से संवाद जैसे कार्यक्रम शामिल होंगे।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी परिषद ने उल्लेखनीय पहल करते हुए ‘जीरो फूड वेस्ट’ नीति अपनाई। जैविक खाद निर्माण, गोधन से निर्मित नेम प्लेट, और प्लास्टिक मुक्त परिसर जैसे प्रयोगों को अपनाया गया।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री श्री अंकित शुक्ल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि संगठन 60 लाख से अधिक विद्यार्थियों से जुड़ा हुआ है और आज यह सिर्फ संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित युवाओं का प्रेरक मंच बन चुका है।
कानपुर प्रांत मंत्री श्री शिवाराजे बुंदेला ने कहा कि अभाविप आज शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे सभी ज्वलंत विषयों पर सशक्त आवाज उठा रहा है। उन्होंने बताया कि अभाविप आज भी हर कैंपस में अपनी सक्रिय उपस्थिति और रचनात्मक कार्यों से देशभर के युवाओं को जोड़ रहा है।