विश्व पर्यावरण दिवस पर राज कार्पोरेशन लिमीटेड द्वारा कटरा धरमगंदपुर में किया गया पौधारोपण

कानपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर
राज कार्पोरेशन लिमीटेड जो की कानपुर रिंग रोड बना रही है।द्वारा चैनेज कटरा धरमगंदपुर में पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पौधारोपण किया गया।
जिसमें एनएएचआई के मैनेजर टेक्निकल रूपक जैन,आरसीएल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सत्यवीर सिंह व संतोष कुमार बघेल (प्रोजेक्ट मैनेजर), मानवेन्द्र सिंह डीपीएम स्ट्रक्चर,
सुनिल शर्मा डीपीएम हाइवे व सेक्टी ऑफिसर भुवेन्द्र सिंह मौजूद रहे। इस मौके पर सत्यवीर सिंह प्रोजेक्टर डायरेक्टर द्वारा पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पेड़-पौधे लगाने के लिये सभी लोगों को जागरूक किया गया। प्रोजेक्टर डायरेक्टर सत्यवीर सिंह ने कहा कि
हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। यह एक वैश्विक संदेश देता है कि अब वह समय आ गया है जब मनुष्य और प्रकृति के बीच खोए हुए सन्तुलन को फिर से स्थापित किया जाना चाहिए। इस वर्ष विश्व
पर्यावरण दिवस 2025 का थीम है विश्व स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण का अंत। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1972 में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था,लेकिन विश्व स्तर पर इसके मनाने की शुरुआत 5 जून 1974 को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई थी।जहां 119 देशों की मौजूदगी में पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया गया था। साथ ही प्रति वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। इस सम्मेलन में संयुक्त
राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का गठन भी हुआ था। भारत में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम भारत की संसद द्वारा 1986 में पारित किया गया था। इसे संविधान के अनुच्छेद 253 के तहत पारित किया गया था। यह 19 नवंबर 1986 को लागू हुआ था।विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के दूसरे तरीकों सहित सभी देशों के लोगों को एक साथ लाकर जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने और जंगलों के प्रबन्ध को सुधारना है। वास्तविक रूप में पृथ्वी को बचाने के लिए आयोजित इस
उत्सव में सभी आयु वर्ग के लोगों को सक्रियता से शामिल करना होगा।तेजी से बढ़ते शहरीकरण व लगातार काटे जा रहे पेड़ों के कारण बिगड़ते पर्यावरण संतुलन पर रोक लगानी होगी। हमारी धरती, जनजीवन को
सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण का
सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है। पूरी दुनिया आधुनिकता की ओर बढ़ रही हैं। दुनियाभर में हर दिन ऐसी चीजों का इस्तेमाल बढ़ रहा है जिससे पर्यावरण खतरे में हैं। इंसान और
पर्यावरण के बीच गहरा संबंध है। प्रकृति के बिना जीवन संभव नहीं है।ऐसे में प्रकृति के साथ इंसानों को तालमेल बिठाना होता है, लेकिन लगातार वातावरण दूषित हो रहा है। इससे कई तरह की समस्याएं बढ़ रही हैं जो हमारे जनजीवन को तो प्रभावित कर ही रही
हैं। साथ ही कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं की भी वजह बन रही हैं। सुखी स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी है।