नई दिल्ली : अगर आप ऐतिहासिक इमारतों और किलों को देखने के शौकीन है तो जंजीरा फोर्ट देखने ज़रूर जाए। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के मुरुद गांव में स्थित मुरुद-जंजीरा फोर्ट जो अपनी बनावट के लिए जाना जाता है। चारों तरफ से पानी से घिरे होने की वजह से इसे आईलैंड फोर्ट भी कह सकते है। ये आइलैंड फोर्ट भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में अपनी बनावट के लिए मशहूर है और हर साल इसे देखने के लिए लाखो सैलानी आते है।
अजेय है ये किला
जंजीरा अरबी भाषा के ‘जजीरा’ शब्द से बना जिसका अर्थ होता है टापू। आपको बता दें इस किले का निर्माण एक ख़ास वजह से किया गया था। लगभग 22 एकड़ में फैले इस किले का निर्माण कार्य 22 वर्षों में पूरा हुआ था। इसमें 22 सुरक्षा चौकियां है। यह किला जंजीरा के सिद्दीकियों की राजधानी हुआ करता था, अंग्रजों और मराठा शासकों ने इस किले को जीतने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह अपने इस मकसद में कामयाब नहीं हो पाए।
350 वर्ष पुराना है ये किला
जंजीरा किला समुद्र के बीच बना हुआ है और चारों ओर से खारे पानी से घिरा हुआ है। समुद्री तल से लगभग 90 फीट ऊंचे किले में शाह बाबा का मकबरा बन हुआ है और इसकी नींव 20 फीट गहरी है। इस किले की सुरक्षा के लिए 22 तोपें तैनात की गई थीं, 350 वर्ष पुराने इस किले में सिद्दीकी शासकों की तोपें आज भी मौजूद हैं।
ऐसे पहुंचे यहां
इसकी अजेयता का कारण ये भी है की पुराने समय में पानी के रास्ते इस किले तक पहुंचना बेहद मुश्किल काम था और जब कोई सेना इसकी तरफ बढती थी तब किले में मौजूद सेना आराम से दुश्मनों को हरा देती थी। जंजीरा का किला जाने के लिए ऑटोरिक्शा से मुरुड से राजपुरी जाना होता है। यहां से नाव द्वारा जंजीरा का किला जाया जा सकता है। एक व्यक्ति का नाव का किराया 20 रु. है। समय: सुबह 7 बजे से शाम 6 से 7 के बीच। यह किला शुक्रवार को दोपहर से 2 बजे तक बंद रहता है।